
इन दिनों सोनू सूद लोगों की दिल खोलकर मदद करने में जुटे हुए है, इसी दौरान कुछ ऐसे मामले सामने आए है जिनका असलियत से कोई सरोकार नहीं है। कुछ मामलों में दयनीयता दिखाकर सरकार समेत समाज को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन असलियत कुछ और ही है।
मुंबई से हज़ारों किलोमीटर दूर हिमांचल की एक घटना ने सोनू सूद को हस्तक्षेप करने पर मजबूर कर दिया, मामला ही कुछ ऐसा था दरअसल एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई जिसे देश के नामी गिरामी अखबारों समेत तमाम न्यूज एंकर्स ने अपने शोज़ में जगह दी। मामला था लॉक डाउन की वजह से चल रही ऑनलाइन पढ़ाई, दरसअल सरकारी समेत निजी स्कूलों में बच्चों को स्कूल न भेजकर घर मे ही ऑनलाइन पढ़ने की सलाह दी गयी थी। इस मामले में यह यह कहा गया कि हिमांचल के ज्वालामुखी क्षेत्र के गांव गुम्मर निवासी कुलदीप ने बच्चों की पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन खरीदने के लिए अपनी पालतू गाय बेच दी। इस पर सोनू सूद ने इस परिवार की मदद करने का फैसला किया और संपर्क करने के लिए वास्तविक जानकारी मांगी।
ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर गाय बेचकर स्मार्टफोन खरीदने की बात पर सोनू ने कहा चलो इनकी गाय इन्हें वापस दिलाते हैं।
दरअसल सोशल मीडिया में मामले के वायरल होने के बाद ही स्थानीय प्रशासन को यह भनक लग चुकी थी और किरकिरी से बचने के लिए उन्होंने कुलदीप के घर का दौरा किया। जिसमें कुछ अलग ही बाते सामने निकल कर आई दरसअल कुलदीप ने स्मार्टफोन गाय बेचने से करीब तीन माह पहले ही खरीदा था। उसका गाय बेचने से कोई लेना देना नही था, जब प्रशासन ने उसकी गाय वापसी की बात कही तो कुलदीप ने इससे साफ मना कर दिया। दरअसल कुलदीप ने गाय किसी अन्य वजह से बेची थी, क्योंकि कुलदीप के पास गाय बांधने की जगह उपलब्ध नहीं थी। इस वक्त खुद कुलदीप एल गौशाला में रहकर जीवन यापन कर रहा है हालाँकि कुलदीप ने पशुशाला में रहने की वजह से अपनी समस्याओं को प्रशासन से अवगत कराया है।
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