
मृतक दलित नेता की पत्नी ने लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर टिकट के बदले पैसे न देने पर पार्टी से निष्कासित करने के आरोप लगाए थे और रविवार के दिन सुबह छह बजे हथियार लैस हमलावरों ने घर मे घुसकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी।
दरअसल रविवार के दिन सुबह हुई हत्या के दो दिन पहले बनाये गए वीडियो ने बिहार राजनीति में उफान ला दिया है। लोगों ने राष्ट्रीय जनता दल पर दशकों पुरानी बंदूक और लाठी की राजनीती के द्वारा अस्तित्व में आने के आरोप लगाए। दरअसल बीते दिनों में राजद के पूर्व नेता शक्ति मल्लिक ने आरोप लगाए थे कि वह राजद के बेहद पुराने कार्यकर्ता हैं और उन्होंने राजद के लिए उस वक्त में जमीन पर काम किया है जब राजद अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रही थी।
वायरल वीडियो में राजद नेता शक्ति मल्लिक ने यह खुलासा किया कि वह टिकिट के मामले में तेजस्वी यादव से मिलने के लिए उनके आवास पर गए थे, जिसपर तेजस्वी अपने घर से निकले और मैंने उन्हें "प्रणाम सर" कहकर उनका अभिवादन किया, इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या हाल है, मैंने उन्हें टिकिट वितरण के संबंध में हो रही अनियमितता के बारे में जानकारी दी और बताया कि "देखिए न सर अनिल साधू जी टिकट के लिए पैसे मांग रहे हैं। इस पर तेजस्वी यादव ने तपाक से कहा कि अगर तुम्हारे पास पैसे हैं तो चुनाव लड़ो नहीं तो यहाँ से निकल लो।
इस पर शक्ति मल्लिक ने बताया कि मैंने उन्हें पार्टी के लिए किए गए अपने योगदान के बारे में बताया और कहा कि सर मैंने पार्टी की बहुत सेवा की है, हम पैसा कहां से लाएंगे, इसपर तेजस्वी ने उनकी जाति पर निशाना लगाते हुए कहा कि तुम डोम थे और डोम ही रहोगे, अगर तुम हमसे बगावत करके विधानसभा पहुंचने का सोच रहे हो तो समझ लो कि हम तुम्हे विधानसभा पहुँचने ही नही देगे, शक्ति मल्लिक ने बताया कि तेजस्वी ने टिकिट के लिए कम से कम 50 लाख की मांग की।
इस वाकये के दो दिन बाद ही रविवार की सुबह करीब छह बजे हथियारबंद हत्यारो ने घुसकर हत्या कर दी और शक्ति को इस फायरिंग में शक्ति को एक गोली छाती में, दो सिर में लगी पाई गई, फायरिंग के बाद जब शोरशराबा सुनकर लोग दौड़े तो अपराधी पीछे की दीवार फांदकर भाग निकले।
मामले में मृतक पत्नी ने पति शक्ति मल्लिक की हत्या का सीधा-सीधा आरोप तेजस्वी यादव पर लगाया और इस हत्या के मामले में तेजस्वी समेत तेज प्रताप यादव, अनिल कुमार उर्फ साधु यादव, कालू पासवान, मनोज पासवान के साथ साथ सुनीता देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बिहार राजनीति और हत्या का चोली दामन का साथ रह है, बिहार राजनीति में दिग्गज नेताओं की हत्या का खून लगा हुआ है और इस राजनीति में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से लेकर अन्य तमाम बाहुबली नेताओं पर दूसरे पक्ष के नेताओं की हत्या कराने के आरोप लग चुके है, कई बार यह आरोप सच भी साबित हुए है लेकिन फिर भी वही नेता बार-बार चुनाव जीतकर विधानसभा और संसद पहुँचते रहे है।
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