
बीते दिनों से चल रहा किसान आंदोलन किसी भी स्थिति में सामान्य होने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार की तरफ से देश के ग्रह मंत्री अमित शाह के निवेदन को भी किसानों ने सिरे से खारिज किया है। किसानों के अनुसार वह किसी भी स्थान पर ओपन जेल में रहने को तैयार नहीं है।
दरअसल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से आग्रह किया था कि किसान बुराड़ी के निरंकारी मैदान में आंदोलन जारी रख सकते है। सरकार उनसे बात करके उनकी समस्याओं पर नजर रखेगी।
आज किसान आंदोलन का यह पांचवा दिन है पांचवे दिन तक किसानों ने अपनी मांगे पूरी कराने के लिए दिल्ली को लगभग तीन तरफ से पूरी तरह घेरने की तैयारी कर रखी है। दिल्ली से सटे हुए सिंधु बॉर्डर समेत टिकरी बॉर्डर के साथ साथ उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी यूपी बॉर्डर पर कब्जा जमाया हुआ है। यहां आपको बताते चले कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा भी हुंकार भरने पर दिल्ली की तरफ कूच किया गया है। सरकार के निर्देशों के बाद भी किसानों ने दिल्ली को घेरने की तैयारी जारी रखी है।
किसान नेताओ ने देश की सरकार को साफ शब्दों में यह कहकर चेताया है कि वह किसी भी हालत में रास्तों से हटने वाले नहीं है जब तक की कृषि विधेयकों से जुड़े तीन काले कानून वापस नहीं लिए जाते। किसानों के अनुसार वह दिल्ली को सभी ओर से करीब चार महीने तक ब्लाक रख सकते है। वहीं कुछ किसान दिल्ली की राशन सप्लाई काटने की बात करते हुए नजर आए।
अगर किसान आंदोलन की धमक की बात करें तो सरकार लगातार किसानों के आंदोलन पर नजर बनाए हुए है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर भाजपा लगातार मंथन कर रही है। इन बैठकों में देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत ग्रह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उपस्थित रहे।
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