
दरअसल महोबा जिला चिकित्सालय में कार्यरत दो डेली बेसिस स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित पाए जाने पर पूरे जिले में हड़कंप से मच गया है। जिला प्रशासन ने आनन फानन में जिले को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया है वहीँ जिला अस्पताल की मुख्य चिकिसाधिकारी का बेहद शर्मनायक बयान आया है जिसमे सीएमओ यह कहती हुई नजर आ रही है कि दोनो संक्रमित युवक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नहीं है बल्कि इनके पिता पूर्व कर्मचारी हैं।
हालांकि यहां बात गौर करने योग्य है कि उक्त दोनों व्यक्ति पिछले पांच वर्षों से अस्पताल में कार्यरत है। हालांकि इस मामले पर जब जनता और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मुखर हुए तो जिला प्रशासन ने अपनी तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में इन्हें अपने चिकित्सालय का कर्मचारी (डेली बेसिस) बताया है। लेकिन तब तक सीएमओ की लापरवाही सांमने आ चुकी थी।
दरअसल इससे पहले भी महोबा के सदर विधायक राकेश गोस्वामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीएमओ की कार्यशैली को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। विधायक राकेश गोस्वामी ने सीएमओ पर आरोप लगाया था कि वह न तो जिले में संचालित स्वास्थ्यकेन्द्रों पर नियंत्रण रख पा रही है और कमोबेश यही हाल महोबा के जिला चिकित्सालय का है। जहां पर सैकड़ो बार अनियमितता पायी गयी है। यही नही सीएमओ के द्वारा चिकित्सालय में प्रयुक्त समाग्री की खरीदी के लिए सरकार के नियमों को ताक पर रखा जा रहा है वहीँ खुद राकेश गोस्वामी ने खुद की विधायक निधि के गलत तरीके से खर्चने के आरोप जिला अस्पताल पर लगाए है।
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