सरकार सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाये हुए है, सोशल मीडिया पर अफवाह और गलत जानकरी डालने पर जेल जाना तय।
अफवाह आज कल भीड़ जुटाने का सबसे सस्ता साधन है, जब मन चाहे किसी बे सिर पैर की अफवाह खड़ी करिये और लोग हाजिर, लेकिन बाँदा पुलिस इन दिनों ऐसे लोगों को बख्शने के मूड में नहीं है। पुलिस उन्हें धर रही है और जेल में भी ठूंस रही है।
बाँदा पुलिस प्रशासन इन दिनों कोई रियायत बरतने के मूड में नहीं है। शायद यही कारण है कि बाँदा पुलिस ने नजीर पेश करते हुए 73 मामले दर्ज किये हैं। दरअसल शोसल मीडिया के माध्यम से लोगों द्वारा इस तरह की अफवाहें फैलाई जा रही थी जिससे समाज मे वैमनस्य फैल सकता था पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए इन सभी पर मुकदमा पंजीकृत कर किया है।
बाँदा में पहले से ही कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा चुके है इस हिसाब से बाँदा जिला प्रशासन कोई नरमी बरतने के मूड में नहीं है। सड़क पर बेवजह घूमने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर है और बाहर निकलने के पर्याप्त और बाजिब कारण न होने पर लोगों के वाहन इत्यादि सीज किये जा रहे है तथा उनपर कार्यवाही की जा रही है। लॉक डाउन के समय से बाँदा पुलिस ने अब तक 14,551 वाहनों की चेकिंग की है और 2119 वाहनों के चालान किये जा चुके है। अपर्याप्त कारणों और लॉक डाउन के नियमों को न मानने की वजह से 200 से ज्यादा वाहनों को सीज भी किया जा चुका है। लॉक डाउन की शुरुआत से ही लेकर अब तक पुलिस ने शमन शुल्क के रूप में आठ लाख तेईस हजार पांच सौ रुपये का शमन शुल्क भी वसूला है।
⚡️ उदय बुलेटिन को गूगल न्यूज़, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें। आपको यह न्यूज़ कैसी लगी कमेंट बॉक्स में अपनी राय दें।