
निंदा भारत का राष्ट्रीय कृत्य माना जाता है। जिसे निंदा करना नहीं आता वो मुँह होते हुए अजगर की भांति होता है जिसे कलाबाजियां दिखाना नहीं आता। दरअसल हम भारतीयों की प्रकृति ही ऐसी है। हमे निंदा करने का अवसर मिले और निंदा न कर पाए तो हमारे व्यक्तित्व पर ही सवाल खड़ा हो जाता है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक ऐसा ही वाकया हुआ जहाँ पर 54 वर्षीय महिला द्वारा लिपस्टिक लगाने पर उनके रिश्तेदारों ने न सिर्फ उनकी निंदा की बल्कि लगातार ट्रोल भी किया और उम्र का हवाला देकर लिपस्टिक न लगाने की सलाह दी।
लेकिन अबकी बार सो-काल्ड निंदकों को लेने के देने पड़ गए। दरअसल 54 वर्षीय महिला के युवा बेटे पुष्पक ने उन्हें करारा जवाब दे दिया। अब रिस्तेदारो और घनिष्ठों को मुँह छिपाने की जगह नहीं मिल रही होगी, रातों की नींद गायब होगी, सवालों के ढेर में जवाब खोजे जा रहे होंगे लेकिन शायद कुछ चीजें लाजवाब ही होती है।
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब एक चौवन वर्षीय महिला को उनके करीबी रिश्तेदारों के द्वारा सिर्फ इसलिए ट्रोल किया गया क्योंकि उन्हीने लाल लिपस्टिक लगा रखी थी। रिश्तेदारों द्वारा उम्र का लिहाज करने की सलाह दी गयी उक्त महिला अपने इस अपमान और सामूहिक विरोध को बिना कोई जवाब दिए सुनती रही दरअसल यह एक घरेलू गेट टुगेदर का कार्यक्रम था इसलिए मौके पर महिला का युवा लड़का पुष्पक वही मौजूद था।
अपनी माँ के इस अनचाहे अपमान से व्यथित होकर पुष्पक ने अपने रिश्तेदारों और पारिवारिक मित्रो को अलग ढंग से समझाने की ठान ली और हुआ भी कुछ ऐसा ही। दरअसल देर शाम को पुष्पक ने अपने रिश्तेदारों को उनकी सोच दर्शाने के लिए अपनी खुद की एक तश्वीर पोस्ट की जिसमे पुष्पक पूरी दाढ़ी और आंखों में काजल लगाए नजर आ रहे है साथ ही पुष्पक ने अपने होठों को सुर्ख लाल रंग की लिपस्टिक से रंगा हुआ था। पुष्पक ने अपने इस चित्र में उस लिपिस्टिक को भी दिखाया जिसकी वजह से सारा हंगामा पैदा हुआ।
अब इसे भारतीय लोगों का अदभुत धर्म कहें या विकृत मानसिकता। आखिर किसी 54 वर्षीय महिला के लिपस्टिक लगाने से क्या खराब हो सकता है? क्या जीडीपी गिर जाएगी ? या देश की अखंडता, सम्प्रभुता खतरे में पड़ जाएगी या कोरोना का प्रसार हो जाएगा? लेकिन नही! जनाब ये भारत है यहाँ लोगों को अपनी निजी समस्याओं से ज्यादा तकलीफ दूसरे की प्रशन्नता से हो सकती है।
अब आते है पुष्पक की पोस्ट पर दरअसल पुष्पक ने अपने उन्ही गेट टुगेदर वाले लोगों को करारा जवाब दिया है। ये ऐसा अप्रत्याशित जवाब है जिसका कोई जवाब किसी रिश्तेदार के पास उपलब्ध नहीं है। रिशेतदारो के पास ही नहीं दुनिया में किसी के पास भी कोई जवाब नहीं है। ये बात निजी पन की है। कोई महिला अपने सौंदर्य प्रसाधन के लिए क्या इस्तेमाल करती है ये उनका निजी निर्णय है। किसी भी व्यक्ति को यह अधिकार नहीं है कि लोग इसपर निंदक चर्चा भी करें।
लोग पुष्पक के इस प्रयास को बेहद सराहते हुए नजर आ रहे है। एक फेसबुक एकाउंट से की गई इस पोस्ट को करीब 17 हजार से ज्यादा लोगों द्वारा लाइक किया गया है। लाइक और कमेंट का सिलसिला लगातार जारी है।
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