
सबरीमाला | केरल के सबरीमाला मंदिर में सर्वोच्च अदालत के 28 सितंबर के फैसले के बाद से महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। अभी भी 10 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं मेल सका है। भगवान अयप्पा का मंदिर सोमवार को खोल दिया गया था। इसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। लेकिन मंगलवार की सुबह प्रदर्शनकारियों ने फोटो पत्रकार को अपना निशाना बनाया जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया। प्रदर्शनकारी मंदिर के अंदर वाले आंगन में खड़े है और महिलाओं को अंदर नहीं जाने दे रहे हैं, इसी बीच ऐसी खबर मिली कि एक महिला ने मंदिर में घुसने का प्रयास किया था, जिसके बाद वहां अशांत स्थिति उत्पन हो गई।
सबरीमाला मंदिर खुलने के बाद प्रदर्शनकरी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे हैं , 10 से 50 वर्ष उम्र की महिलाओं को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। पुलिस के अनुसार 52 साल की महिला ने मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की। पुलिस पूरी सुरक्षा के साथ पुलिस स्टेशन महिला और उसके बेटे को ले गई।
आपको बता दें कि,यात्रा के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। राज्य द्वारा शनिवार को मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा अपने ऊपर लेने के बाद 2,300 से ज्यादा पुलिस अधिकारी तीर्थयात्रा मार्ग की विभिन्न जगहों पर तैनात हैं। विभिन्न नाकों पर कई मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के भी इंतजाम किए गए हैं। मीडिया को सुबह सवा नौ बजे मार्ग पर जाने की इजाजत दी गई।
दरअसल दो दिवसीय विशेष पूरा आराधना के लिए भगवान अय्यपा का द्वारा सोमवार को खोला गए था। पूर्व आशंका थी कि मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध प्रदर्शन किया जा सकता है। सबरीमाला मंदिर पम्बा में स्थित है और पम्बा वह स्थान है जहां से श्रद्धालु पर्वत चोटी पर स्थित सबरीमला मंदिर तक पांच किलोमीटर तक पैदल जाते हैं। इससे पहले, सबरीमला को लगभग किले में तब्दील कर दिया गया.
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