
बीते दिनों राजस्थान के करौली में मंदिर के पुजारी को भू माफिया ने पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया था लेकिन राजस्थान सरकार की असंवेदना की वजह से लोगो ने क्राउड फंडिंग करके पच्चीस लाख रुपये जमा कर दिए, दिल्ली में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इस बावत जानकारी सोशल मीडिया में उपलब्ध करायी।
जानकारों के मुताबिक करौली में मंदिर के ब्राम्हण पुजारी बाबूलाल वैष्णव की जिंदा जलाकर की गई हत्या अचानक की गई हत्या बिल्कुल नहीं थी, दरअसल मंदिर के पुजारी ने मंदिर से लगी हुई गैर उपजाऊ उबड़ खाबड़ जमीन पर सालों की मेहनत से उसे खेती योग्य बनाया था, ताकि इसपर खेती करके भगवान के भोग प्रसाद और खुद का परिवार दो वक्त की रोटी खा सके। लेकिन इस दौरान भूमाफिया ( मीणा समुदाय ) के लोगों की नजर में इस जमीन पर चढ़ गई थी जिसकी वजह से इस जमीन पर माफियाओं ने जबरन कब्जा करने का प्रयास किया, इस मामले पर पुजारी ने जब असहमति दर्ज कराई और गांव के साथ-साथ अन्य आसपास के गांवों के सम्मानित लोगों को जोड़कर पंचायत रख दी। इसके बाद पंचायत में यह फैसला हुआ कि यह जमीन मंदिर की ही रहेगी और इसकी उपज पुजारी जी की होगी, यह मामला स्थानीय पुलिस के संज्ञान में भी था, लेकिन अब इसे माफिया पुलिस गठजोड कहें या कुछ और माफिया ने दिन दहाड़े पुजारी के ऊपर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया।
मामले को लेकर सोशल मीडिया में बवाल खड़ा हुआ तो सरकार ने आनन-फानन में इस मामले की जांच कराने की बात कही और मृतक पुजारी के परिवार को मुआवजा देने और सरकारी नौकरी उपलब्ध कराने की बात कही लेकिन इस मामले में एक बात लोगों को खल गयी, लोगों का आरोप था कि जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और राहुल गांधी उस पार्टी के मुखिया भी है और उत्तर प्रदेश में दलित बेटी के कथित रेप और हत्याकांड में अपनी जी जान लगा दी लेकिन राजस्थान मामले पर राहुल गांधी और उनकी पार्टी के आला नेताओं के मुंह से एक शब्द नहीं फूटा। इसपर लोगों ने राहुल-प्रियंका से तमाम सवाल दागे .....
लोगों ने कहा कि क्या उसी हत्या को हत्या माना जाता है जिसमे मरने वाला दलित अथवा मुस्लिम हो?
अथवा अपराध को अपराध के वर्गीकरण में तभी रखा जाता है जब वह भाजपा शासित प्रदेश में हुआ हो
राजस्थान में हुए इस हादसे के बाद दिल्ली में भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने आम लोगों की मदद से करीब 25 लाख की रकम जुटाई, जिसको लेकर कपिल मिश्रा राजस्थान के करौली पहुँचे और पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें यह राहत धनराशि मुहैया कराई।
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