
कोरोना महामारी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार हर हाल में मजबूत तैयारी रखना चाहती है, यही कारण है कि महोबा के निजी तौर पर चिकित्सा करने वाले चिकित्सकों को कोरोना से जुड़े हुए मामलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वक्त आने पर ये चिकित्सक महामारी में अपना सहयोग उपलब्ध करा सकें।
महोबा जिला स्तर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महामारी पर दूरदर्शिता रखते हुए निजी अस्पताल चलाने वाले चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना से संबंधित प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। अगर विशेषज्ञों की माने तो जून और जुलाई में कोरोना का कहर पूरे भारत मे अपने चरम पर हो सकता है ऐसी स्थिति में जब राजकीय चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ को ड्यूटी के बाद क्वारंटाइन किया जाएगा उस वक्त निजी क्षेत्र में काम करने वाले डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जिम्मेदारी संभालेगा। इस क्रम में महोबा में निजी दन्त चिकित्सालय चलाने वाले डॉक्टर अंशू द्विवेदी जी ने उदय बुलेटिन से हुई बातचीत में अपने अनुभव साझा किए:
कोरोना महामारी की समस्या पर निजी चिकित्सको को निम्नवत प्रशिक्षण दिया गया-:
बेसिक्स ऑफ कोविड 19
क्लिनिकल मैनेजमेंट
इंफेक्शन प्रिवेंशन थ्रू पीपीई
इंफेक्शन प्रिवेंशन एंड कंट्रोल
साइक्लोजिकल केयर ऑफ पेसेंट विथ कोविड 19
प्रेगनेंसी एंड कोविड 19
क्वारण्टाइन एंड आइसोलेशन
निजी चिकित्सकों को इन विषयों में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया ताकि समय पर कोरोना मरीज़ों की देखभाल और प्राथमिक उपचार दिया जा सके।
डॉक्टर अंशू द्विवेदी ने उदय बुलेटिन को बताया कि हम हमेशा से देश, प्रदेश और क्षेत्र की सेवा करने के लिए तैयार हैं। सरकार को जैसे ही हमारी आवश्यकता होती है हम तत्पर रहेंगे। ज्ञात हो डाक्टर अंशू द्विवेदी महोबा जिले के जाने माने दंत चिकित्सक है और शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में तकनीकी युक्त चिकित्सा पद्यति के लिए जाने जाते हैं।
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