
बुंदेलखंड के बाँदा में रेत के अवैध तरीके से होने वाले खनन की चर्चाएँ पूरे प्रदेश में चर्चित रही है। कई बार प्रशासनिक अमले और राजनीतिक दलों की साठ गांठ से होने वाले खनन पर भी शिकायतें दर्ज होती रही है लेकिन हर बार इन मामलों पर प्रशासन द्वारा ही पर्दा डाल दिया जाता रहा है, हाल में ही जिलाधिकारी ने बाँदा की बेहद चर्चित बेंदा खदान पर छापा मारकर खनन माफियाओं को सकते में डाल दिया।
बात अगर रेत खनन की हो और ओवरलोडिंग जैसी समस्या न हो ऐसा हो नही सकता, चूंकि इससे पहले जिले के पत्रकारों द्वारा प्रशासन को बार बार यह अवगत कराया जाता रहा कि जिले के खनन क्षेत्र में सब कुशल मंगल नही है, बल्कि सरकारी नियमों को ताक पर रखकर पोकलैंड और अत्याधुनिक भारी मशीनों के जरिये बहती जलधारा से रेत की निकासी की जा रही है लेकिन जिला प्रशासन लगातार इसे नकारता रहा है, लेकिन बीते दिन में जिलाधिकारी बाँदा (आनंद कुमार) ने बेंदा खदान में छापा मारकर खनन माफिया को अचंभित कर दिया।
मामले में कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी ने बेंदा घाट पर ओवरलोड ट्रकों पर कार्यवाही की इस दौरान 14 ओवरलोड ट्रकों को सीज करके बेंदा घाट पुलिस चौकी के हवाले किया गया। जिलाधिकारी ने खादान में सीसीटीवी कैमरा के रिकॉर्डिंग न करने की स्थिति में खदान संचालक पर कार्यवाही करने के निर्देश खान इंस्पेक्टर को आदेश जारी किए गए है, जिलाधिकारी ने बेंदा घाट के अलावा मटौन्ध क्षेत्र में भी पांच ओवरलोड ट्रकों को सीज करके मटौन्ध थाना के सुपुर्द किये है। जिलाधिकारी ने इस बारे में यह जानकारी मुहैया कराई है कि आगे भविष्य में भी इस तरह की कार्यवाही चलती रहेगी।
⚡️ उदय बुलेटिन को गूगल न्यूज़, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें। आपको यह न्यूज़ कैसी लगी कमेंट बॉक्स में अपनी राय दें।