
चीन, बीजिंग: सूई से बच्चों को यातना देने वाली एक शिक्षक को 18 महीने की जेल की सजा को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हुई है और सजा को बहुत कम बताया गया है । चीन, बीजिंग चाओयांग कोर्ट ने कहा कि आरवाईबी एडुकेशन न्यू वर्ल्ड केजी में शिक्षक लीयू यनान ने नवंबर 2017 में चार बच्चों को सूई से गोद दिया था।
इस मामले की राष्ट्रीय स्तर पर खूब आलोचना हुई थी। द्विभाषी चीनी-अंग्रेजी स्कूल के बच्चों के शरीर पर सूई से गोदे जाने के निशान मिलने पर जांच की गयी। इस तरह के भी आरोप लगे कि बच्चों को रहस्यमयी दवा भी दी गयी।
अदालत ने एक बयान में कहा कि बहुत ही घृणित घटना थी। शिक्षक के व्यवहार ने बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत नुकसान पहुंचाया। हालांकि, बच्चे गंभीर रूप से घायल नहीं हुए। सजा पूरी होने के बाद अगले पांच साल तक लीयू के बच्चों के साथ काम करने पर रोक भी रहेगी ।
स्कूल चलाने वाली कंपनी आरवाईबी एडुकेशन ने घटना के लिए माफी मांगी है। बहरहाल, सजा को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रतिक्रिया आयी है। लोगों का कहना है कि किसी भी अधिकारी को दंडित नहीं किया गया।
आलोचना
आरवाईबी एडुकेशन, न्यूयॉर्क द्वारा अधिकृत संस्था है जो किंडरगार्टन नामक स्कूली की श्रृंखला चलाती है, उन्होंने इस घटना के लिए माफी मांगी और अपने ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि 'यह दुर्व्यवहार एक व्यक्ति द्वारा किया गया था, जिसके लिए हम माफी चाहते हैं।
हालाँकि सोशल मीडिया यूजर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि किसी भी अधिकारी को दंडित नहीं किया गया है।
चीन के एक वीबो यूजर ने लिखा कि सुश्री यान को शिक्षा में काम करने से आजीवन प्रतिबंध कर दिया जाना चाहिए था।
जांच
इस घटना के बाद चीन के शिक्षा विभाग पर बैठे शीर्ष प्रशासनिक अधिकारीयों ने देश भर के सभी किंडरगार्टन में "तत्काल" जांच करने के आदेश दिए थे।
आपको बात दें कि आरवाईबी एजुकेशन की वेबसाइट के अनुसार आरवाईबी छह साल की उम्र तक के बच्चों के लिए पूरे देश में लगभग 500 किंडरगार्टन और लगभग 1,300 लर्निंग सेंटर चलाता है।
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