
चुनाव के दौरान आचार संहिता (Achar Sanhita) की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है, इसलिए चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही देशभर में आचार संहिता लागू हो जाती है और चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक ये लागू रहती है। आचार संहिता के कुछ नियम व कानून बनाए गए हैं जिसका पालन हर व्यक्ति को करना पड़ता है। अगर कोई व्यक्ति इसके नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे सजा भी मिलती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव 2019 (loksabha election 2019) के दौरान आचार संहिता ने मनोरंजन पर भी अपनी कड़ी दृष्टि रखी है, जिसका असर लोगों पर भी पड़ रहा है।
दरअसल आकाशवाणी (Akashvani) पर लोगों के मनोरंजन के लिए कुछ ऐसे प्रोग्राम चलते हैं जिसमें जनता की फरमाइशी पर उनके मनचाहे गानें सुनाए जाते हैं लेकिन जब से देश में आचार संहिता लागू हुआ है तभी से इस कार्यक्रम में कुछ गानों की फरमाइश पर आकाशवाणी पूरा नहीं कर रहा है, क्योंकि केंद्र द्वारा उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ऐसा करने के पीछे कारण ये है कि चुनाव आयोग का मानना है कि इन फिल्मी गानों का जुड़ाव किसी न किसी तरह से राजनीतिक पार्टी के चिन्ह से है और ऐसे में इन गानों के बजने से राजनीतिक दल का प्रचार हो सकता है इसलिए आचार संहिता के खत्म होने यानि की 23 मई तक इन गानों को फरमाइश के तौर पर प्रसारित करने से मना कर दिया गया है।
1. फिल्म 'सरस्वतीचंद’ का गाना फूल तुम्हें भेजा है खत में
2. फिल्म 'प्रेमरोग' का गाना भंवरे ने खिलाया फूल
3. फिल्म 'सूरज' का गाना बहारो फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है
4. फिल्म 'प्रेम पुजारी' का गाना फूलों के रंग से
5. फिल्म 'वीरजारा' का गाना तेरे हाथ में मेरा हाथ हो
6. फिल्म 'विधाता' का गाना हाथों की चंद लकीरों में
7. फिल्म 'हाथी' मेरे साथी का गाना हाथी मेरे साथी
उदाहरण के तौर पर बता दें कि जैसे ‘बहारो फूल बरसाओ मेरा मेहबूब’ आया है जो कि फिल्म सूरज का गाना है इसे प्रतिबंध करने का कारण ये है कि चुनाव आयोग का मानना है कि यह गाना भाजपा पार्टी के राजनीतिक चिन्ह को दर्शाता है। इसी तरह अन्य गानों को लेकर भी ऐसी ही आपत्ति जताई गई है।
इतना ही नहीं इन गानों के अलावा कुछ कलाकारों के गानों पर भी रोक लगाया गया है क्योंकि भले ही उनका बैकग्राउंड फिल्म जगत का है लेकिन हाल के समय में वो राजनीतिक जगत के किसी न किसी पार्टी के सदस्य बन चुके हैं,
हेमा मालिनी
जयाप्रदा
उर्मिला मातोंडकर
शत्रुघ्न सिन्हा
राज बब्बर
सनी देओल
मनोज तिवारी
हंसराज हंस
ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया (Prasar Bharati) की ओर से आकाशवाणी को ये साफ तौर पर आदेश दे दिया गया है कि जब तक देश में आचार संहिता (Achar Sanhita) लागू रहेगा तब तक चुनाव में उम्मीदवार बने किसी भी सितारे से संबंधित कोई भी गाना व कार्यक्रम को प्रसारित नहीं किया जाएगा। इतना ही नहीं इसके साथ ही साथ उन फिल्मी गानों का प्रसारण भी बंद रहेगा जिसमें किसी राजनीतिक पार्टी के चुनाव चिह्न का जिक्र आता हो।
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